काश´ खोले आपकी सफलता के द्वार
भोपाल ध् काश अकादमी के संस्थापक एवं मुख्य प्रबंधन अधिकारी श्री मदन कोरे ने कहा, `हमारी दृष्टि 2015 तक 50000 विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने के लिए प्रशिक्षित करना है।´´ इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे तथा इस कार्यक्रम का संचालन शिक्षा के क्षेत्र पहला राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड पाने वाले डा. एस.एस. पागे ने किया।
नॉलेज एक्युमुलेशन थ्रू स्टुडेंटशिप एण्ड हानिंग (काश) बी, सी और डी श्रेणी के शहरों में विद्यार्थियों को कुशल बनाने की एक पहल है, ताकि वे प्रक्रमण उद्योग की प्रतिस्पद्धीZ दुनिया में काम करने योग्य बन सके। बैंकिंग में 19 सालों और केपीओ उद्योग में 10 सालों तक काम कर चुके श्री मदन कोरे इस ध्येय में मददगार रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार में पले-बढ़े और छोटे शहर में पढ़े-लिखे होने के कारण वह यह समझते हैं कि इन जगहों में विद्यार्थियों के साथ कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि वहां प्रतिभाएं नहीं हैं, लेकिन उन्हें फिर से कुशल बनाने की जरूरत है ताकि वे प्रक्रमण उद्योग में काम करने योग्य बन सके।
उन्होंने कहा कि सालों से सेवा उद्योग तेजी से बढ़ रहे हैं। आज जीडीपी का करीब 57 प्रतिशत सेवा उद्योग से आती है और यह सरकारी सहयोग, वैश्वीकरण, भारतीय कारपोरेट के प्रभावी कार्यशैली व युवा भागीदारी का प्रतिफल है। सेवा उद्योग में 21 से 35 वर्ष उम्र समूह के करीब 45 प्रतिशत लोगों की भागीदारी है, जो उत्पादकता और उद्योग नवोत्पाद को बढ़ा रहे हैं। भारत अब बहुत समय तक केवल कम लागत वाले देश के रूप में नहीं जाना जाएगा, बल्कि हमने प्रक्रमण और व्यापारों में इतने सारे मूल्यों को जाड़ा है कि कई ऐसे उदाहरण हैं, जिसका अनुकरण वैिश्वक वित्तीय बाजारों में किया जा रहा है।
वैज्ञानिक कोर्स मॉड्यूल, समग्र उद्योग ज्ञान और नियुक्ति में सहयोग के माध्यम से भारत के बी, सी और डी श्रेणी के शहरों में प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए काश समर्पित है। संस्थान भारत के कई क्षेत्रों में जाने और 2015 तक 100 से अधिक शाखाएं खोलने के लिए तैयार है। मुख्य प्रबंधन अधिकारी ने स्पष्ट तौर पर कहा, ``हम महज प्रमाण पत्र देने में विश्वास नहीं करते। हम फी नहीं देते बल्कि फी लेना सिखाते हैं।´´ मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को नौकरी के लिए तैयार करना और उन्हें सही कारपोरेट में नियुक्ति दिलाना है। श्री कोरे ने कहा कि यहां किसी विद्यार्थी को बाद में छोड़ नहीं दिया जाता। वह तबतक हमारा विद्यार्थी है, जबतक उसे किसी कंपनी में नौकरी नहीं मिल जाती और वह भी बिना किसी अतिरिक्त फी के। हम संगठन और सामूहिक विकास पर विश्वास करते हैं। किसी को नौकरी लगने के बाद भी काश उन्हें मार्गदर्शित करेगा कि आगे उसका कैरियर कैसे और बेहतर होगा।
डा. पोगे ने कहा कि ऐसे अकादमी का होना भोपाल का भाग्य है और यह शहर के तमाम स्नातकों की मदद करेगा। फिलहाल, विद्यार्थी नौकरी के लिए इधर-उधर भागते रहते हैं, लेकिन काश यह आश्वस्त कर रह है कि वे कंपनियों में नौकरी पाने के लिए बड़े हुए हैं।
भोपाल में इस अकादमी के पार्टनर कौन है, इस सवाल के जवाब में श्री कोरे ने बताया कि हमारे पार्टनर एडवांस ग्रुप आफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक श्री राजेन्द्र राहुरीकर हैं। एडवांस ग्रुप भोपाल अच्छी तरह से स्थापित कंपनी है। श्री राहुरीकर की पत्नी भोपाल में इसका काम देखेंगी। आगे उन्होंने कहा कि श्री राहुरीकर के साथ वे 20 साल गुजारे हैंं। उन्होंने बड़ी उत्सुकता के साथ कहा, ``मैं श्री राहुरीकर को तब से जानता हूं जब उन्होंने अपनी इकारी की शुरूआत एक गैराज में की थी। श्री राहुरीकर एक उद्यमशील उद्यमी, गुणवत्ता व सेवा के प्रति संवेदनशील और समर्पित व्यक्ति हैं। मैं इनसे बेहतर कोई पार्टनर नहीं पा सकता था।´´ उन्होंने आगे कहा, ``मैं काश, भोपाल के प्रबंध निदेशक श्रीमती विनीता राहुरीकर खास कुशाग्रता से भी प्रभावित हैं। वह एक बड़ी लेखक और शिक्षाविद् हैं।´´
अवकाशप्राप्त बैंक कर्मचारी श्री शरद करकरे ने कहा कि काश के रूप में हमारे द्वार पर एक अद्भुत अवसर आया है और विद्यार्थियों को इसका फायदा उठाना चाहिए।
काश, भोपाल के निदेशक श्री वसन्त वाडनेरकर मुख्य प्रबंधन अधिकारी के आने और उनके विद्यार्थियों को संबोधित करने की बात से काफी उत्साह में थे। उन्होंने कहा कि मुख्य प्रबंधन अधिकारी और श्री पागे का विद्यार्थियों को व्यक्तिगत संबोधन उनके आगे के विकास में काफी मददगार होगा। इस समारोह में स्टाफ के लोगों में सुश्री शाजिया सुल्तान(बीएम), सुश्री अराधना ि़त्रपाठी (काउंसेलर), श्री सुमित अरोरा (फेकल्टी), श्री प्रिंस पंजाबी (फेकल्टी), सुश्री मधु वर्मा(फेकल्टी), ब्रिजेन्द्र वर्मा(फेकल्टी) काफी सक्रिय रहे और वे इस अवसर के लिए काफी उत्साही थे।
यह फ्रैंचाइजी बहुत जल्द 121, जोन-2, एमपी नगर, भोपाल में संचालित होगी, इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। यह फ्रैंचाइजी भोपाल, सिहोर, विदिशा, होशंगाबाद और आसपास के शहरों की जरूरतों को पूरा करेगी और बहुत जल्द मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में भी इस सेवा की शुरूआत की जाएगी।
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